India’s Arid Landforms and Northeastern Hills: Geography, Culture & Climate.

भारत का थार मरुस्थल और उत्तर-पूर्व की पर्वत शृंखलाएं: भौगोलिक और सांस्कृतिक विशेषताएं

🔰 प्रस्तावना | Introduction

भारत विविध भौगोलिक स्वरूपों का देश है, जहाँ एक ओर थार का जलविहीन, तपता मरुस्थल है, तो दूसरी ओर उत्तर-पूर्व की हरित और आदिवासी संस्कृति से जुड़ी पहाड़ियाँ। इस ब्लॉग में हम जानेंगे भारत के थार मरुस्थल (Thar Desert) और उत्तर-पूर्वी पर्वत शृंखलाओं (Northeastern Hills) के बारे में — उनका भूगोल, जलवायु, वनस्पति और जनजातीय महत्व।

🏜️ Thar Desert: India’s Great Arid Zone

थार का मरुस्थल: भारत का विशाल शुष्क क्षेत्र

स्थान और विस्तार (Location and Extent):

  • थार मरुस्थल को भारत का मरुस्थल (Indian Desert) भी कहा जाता है।
  • मुख्यतः राजस्थान राज्य में फैला है — कुल क्षेत्रफल का लगभग 60%
  • गुजरात, हरियाणा और पंजाब के कुछ हिस्से भी इसमें आते हैं।
  • मरुस्थल का लगभग 85% हिस्सा भारत में और 15% पाकिस्तान में है।

भौगोलिक विशेषताएं (Geographical Features):

  • कुल क्षेत्रफल: लगभग 2 लाख वर्ग किलोमीटर
  • गर्मियों में तापमान: 45°C से 52°C
  • वर्षा: अत्यंत कम, 150 मिमी से 300 मिमी प्रतिवर्ष

वनस्पति और जलवायु (Vegetation and Climate):

  • यह एक उष्ण मरुस्थल (Tropical Desert) है।
  • कंटीली झाड़ियाँ, नागफनी, और सूखा सहनशील पौधे पाए जाते हैं।
  • जल संकट गंभीर है — जलस्तर बहुत गहरा होता है।

🏞️ Northeastern Hills of India | भारत की उत्तर-पूर्वी पहाड़ियाँ

भारत का उत्तर-पूर्वी क्षेत्र प्राकृतिक सुंदरता, जनजातीय विविधता और वर्षा प्रधान जलवायु से भरपूर है। यहाँ की अधिकांश पर्वत शृंखलाएं हिमालय की पूर्वी शाखा से संबंधित हैं, सिवाय मेघालय की पहाड़ियों के।

🌄 Important Hills and Their Tribes

प्रमुख पहाड़ियाँ और उनसे जुड़ी जनजातियाँ

पहाड़ी का नाम राज्य संबंधित जनजाति
डफला अरुणाचल प्रदेश-आसाम सीमा डफला जनजाति
मीरी अरुणाचल प्रदेश मीरी जनजाति
अबोर अरुणाचल प्रदेश अबोर जनजाति
मिश्मी अरुणाचल प्रदेश मिश्मी जनजाति
पटकाई बुम अरुणाचल प्रदेश-म्यांमार सीमा
नागा हिल्स नागालैंड नागा जनजाति
मणिपुर हिल्स मणिपुर
मीजो हिल्स मिजोरम मीजो जनजाति
त्रिपुरी हिल्स त्रिपुरा त्रिपुरी जनजाति
बरेल हिल्स असम-नागालैंड सीमा
मिकिर हिल्स असम

⛰️ Meghalaya Hills: Not Part of the Himalayas

मेघालय की पहाड़ियाँ: हिमालय नहीं, प्रायद्वीपीय पठार का हिस्सा

मेघालय की पहाड़ियाँ हिमालय का हिस्सा नहीं, बल्कि प्रायद्वीपीय पठार का उत्तर-पूर्वी विस्तार हैं।

तीन प्रमुख पहाड़ियाँ:

  1. गारो पहाड़ी – मेघालय का पश्चिमी भाग
  2. खासी पहाड़ी – मध्य भाग
  3. जयंतिया पहाड़ी – पूर्वी भाग

अन्य भौगोलिक तथ्य:

  • गारो पहाड़ी के दक्षिण में स्थित है सुरमा घाटी, जिसमें बहती है सुरमा नदी
  • खासी पहाड़ी के दक्षिण में स्थित है चेरापूंजी पठार, जहाँ अत्यधिक वर्षा होती है
  • मौसिनराम, जो विश्व का सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान है, खासी क्षेत्र में ही स्थित है

📍 थार और उत्तर-पूर्वी भारत की तुलना | Thar vs Northeast: A Contrast

बिंदु थार मरुस्थल उत्तर-पूर्वी पहाड़ियाँ
भौगोलिक प्रकार उष्ण मरुस्थल पर्वतीय क्षेत्र
तापमान अत्यधिक गर्म (52°C तक) समशीतोष्ण और आर्द्र
वर्षा अत्यल्प (150–300 mm) अति-वर्षा (1000+ mm)
वनस्पति कंटीली झाड़ियाँ, नागफनी सदाबहार वनों की भरमार
जनजातियाँ कम अत्यधिक जनजातीय विविधता
जल संकट बहुत अधिक सामान्यतः नहीं

🔚 निष्कर्ष | Conclusion

भारत की भूगोलिक विविधता सचमुच अद्भुत है — एक ओर तपता थार, और दूसरी ओर वर्षा से भीगी उत्तर-पूर्व की हरियाली। जहाँ थार मरुस्थल हमें संघर्ष और अनुकूलन की कहानी सुनाता है, वहीं उत्तर-पूर्व की पहाड़ियाँ प्राकृतिक संसाधनों और जनजातीय जीवन की मिसाल हैं। दोनों ही क्षेत्र भारत की संस्कृति और भूगोल के दो छोर हैं — और इनका अध्ययन हमें न सिर्फ भूगोल में, बल्कि मानव जीवन की विविधता को समझने में भी मदद करता है।

आपकी राय क्या है?

क्या आप थार या उत्तर-पूर्व भारत की यात्रा कर चुके हैं? अपने अनुभव या जानकारियाँ नीचे कमेंट बॉक्स में साझा करें और इस लेख को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

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