भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO): सफलता की एक प्रेरणादायक कहानी
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की स्थापना 15 अगस्त 1969 को डॉ. विक्रम साराभाई द्वारा की गई, जिन्हें भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक कहा जाता है। इसरो ने भारत को अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में वैश्विक पहचान दिलाई है और अंतरिक्ष अन्वेषण के क्षेत्र में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की हैं। आइए, इसरो की प्रमुख उपलब्धियों, कठिनाइयों और ऐतिहासिक तिथियों पर एक नजर डालें।
इसरो की प्रमुख उपलब्धियां
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पहला उपग्रह आर्यभट्ट:
19 अप्रैल 1975 को इसरो ने भारत का पहला उपग्रह आर्यभट्ट लॉन्च किया। इसे रूस के कॉसमॉस-3M रॉकेट द्वारा लॉन्च किया गया था, जो इसरो की अंतरिक्ष यात्रा की पहली बड़ी सफलता थी। -
रोहिणी उपग्रह श्रृंखला:
18 जुलाई 1980 को इसरो ने अपने स्वदेशी रॉकेट एसएलवी-3 से रोहिणी उपग्रह को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया, जो स्वदेशी रॉकेट से लॉन्च होने वाला पहला उपग्रह था। -
चंद्रयान मिशन:
- चंद्रयान-1: 22 अक्टूबर 2008 को लॉन्च, इस मिशन ने चांद पर पानी के अंशों की खोज कर एक ऐतिहासिक सफलता हासिल की।
- चंद्रयान-2: 22 जुलाई 2019 को लॉन्च, जिसमें ऑर्बिटर, लैंडर (विक्रम), और रोवर (प्रज्ञान) शामिल थे। हालांकि, लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग असफल रही, लेकिन ऑर्बिटर अभी भी डेटा भेज रहा है।
- चंद्रयान-3: 14 जुलाई 2023 को लॉन्च और 23 अगस्त 2023 को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग कर, भारत ऐसा करने वाला पहला देश बना।
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मंगलयान मिशन:
24 सितंबर 2014 को इसरो ने मार्स ऑर्बिटर मिशन (मंगलयान) को सफलतापूर्वक मंगल की कक्षा में स्थापित किया। यह मिशन पहली ही कोशिश में सफल होने वाला विश्व का पहला मिशन था। -
पीएसएलवी और जीएसएलवी रॉकेट्स:
इसरो ने पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (PSLV) और जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (GSLV) के जरिए स्वदेशी सैटेलाइट प्रक्षेपण क्षमता हासिल की। -
नाविक प्रणाली:
इसरो ने भारत की अपनी क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट प्रणाली (NavIC) विकसित की, जिसे 2016 में पूरा किया गया। यह भारत का स्वदेशी जीपीएस है। -
गगनयान मिशन:
इसरो का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन “गगनयान” 2025 में लॉन्च होने की योजना है, जो एक नई उपलब्धि होगी।
इसरो की कठिनाइयां
- शुरुआती दिनों में सीमित संसाधनों के साथ काम करना, जहां वैज्ञानिकों को साइकल पर रॉकेट के पुर्जे ढोने पड़े।
- तकनीकी असफलताएं, जैसे रॉकेट लॉन्च के दौरान विस्फोट और अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध।
- चंद्रयान-2 के लैंडर की असफल सॉफ्ट लैंडिंग जैसी चुनौतियां।
इसरो के विकास में महत्वपूर्ण तिथियां
- 15 अगस्त 1969: इसरो की स्थापना।
- 19 अप्रैल 1975: पहला उपग्रह आर्यभट्ट का प्रक्षेपण।
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